Career Astrology : जब हम अपने Career के बारे में सोचते हैं हर तरह के ग्रह दशा कुंडली में उत्पन्न होने वाले योग्य एवं हमारे भाग्य के बारे में हम विचार करते हैं यदि हम विशेष रूप में इन सब चीजों के बारे में समझे तो हमारे भारतीय वैदिक ज्योतिष में Career से होने वाला भाग्य उदय का जो योग बनता है उसके बारे में बात करते हैं कि आपको कौन सा रास्ता चाहिए जिसके Career के द्वारा आपका भाग्य उदय हो कुंडली का दसवां भाग Career से संबंधित होता है अर्थात आपका कारोबार से संबंध रखता है और कुंडली का नौवां भाग भाग्य का कहा गया है जब नवे भाव और नवे भाव के स्वामी बलवान है साथ ही दसवें भाव और दसवें भाव के स्वामी भी बलवान हो अनुकूल हो जहां अनुकूल ग्रह के साथ दसवें भाव या दसवें भाव के स्वामी की कुंडली में बैठे हो तो Career को लेकर आपका भाग्य उदय हो सकता है । गृह आपके भाग्य उदय होने के ऊपर बहुत प्रभाव दिखाई देता है यदि आप की ग्रह दशा सही है अपने अपने ग्रह दशा के अनुसार कैरियर की चयन की है तो निश्चय ही आपका भाग्य उदय होगा !
लगन के अनुसार चुने अपना Career
1. वृष लग्न:-
जब हम लग्न कुंडली का निर्माण करते हैं अथवा आपकी जन्म कुंडली पर विचार करते हैं और यदि आपकी कुंडली व प्रश्न लग्न कुंडली ब्रेक लग्न की हो ब्रेकिंग लग्न में दसवें भाव का स्वामी शनि है शनि यहां भाग्य 9 में भाव स्वामी भी है 9 में भाव का स्वामी शनि बलवान होकर बुध सूर्य से संबंध बनाकर बैठे तब यहां सरकारी नौकरी से भाग्य उदय हो सकता है इस ब्रिक लग्न के अनुसार दसवें भाव के स्वामी शनि या शनि भाग्य 9 में भाग के स्वामी के कारण आपका Career टीचिंग लाइन बैंकिंग जा नगर निगम अधिकारी से संबंधित जो नौकरी है वह प्राप्त हो सकती है जिससे आपका भाग्य उदय हो सकता है।
2. कन्या लग्न:-
लग्न कुंडली में यदि कन्या लग्न की बात करें कन्या लग्न में 10 में भाग का जो स्वामी है वह बुद्ध कहा गया है बुद्ध बलवान होकर शुक्र चंद्रमा के साथ संबंध बनाकर बैठे तो अति लाभदायक होता है बुद्ध के साथ शुक्र चंद्रमा भी बलवान हो और साथ ही शुक्र चंद्रमा के भाव की अच्छी स्थिति हो तब बिजनेस करने से भाग्य उदय हो जाता है क्योंकि जो आपकी लग्न कुंडली एवं जन्म कुंडली में दसवें भाव का दूसरे या 11 में भाव से संबंध और बुद्ध का अधिक बलवान होकर केंद्र यात्री कौन में बैठना बिजनेस से भाग्य उदय को देने वाला है यदि हम बिजनेस की बात करें तो आप दूध दही एवं खान-पान आदि का बिजनेस कर सकते हैं जैसा की कोई होटल रेस्टोरेंट आदि के बिजनेस से आप तरक्की का सकते हैं और आपका भाग्य उदय हो सकता है।
3. कुम्भ लग्न:-
अब बात करते हैं कुंभ लग्न के बारे में लग्न कुंडली अर्थात जन्म कुंडली में यदि कुंभ लग्न बनता हो और कुंभ लग्न के दसवें भाव का स्वामी मंगल बलवान हो सरकारी नौकरी अवश्य प्राप्त होती है सूर्य के साथ यदि मंगल संबंध बनाकर बैठे तो भाग्य भी उदय होता है जहां शुक्र भी शुभ और अच्छी स्थिति में है तब यहां सरकारी नौकरी से भाग्य उदय अवश्य होगा दसवे भाग का स्वामी मंगल जिस भी भाव में या भाव के स्वामी से संबंध बनाए होगा उसे भाव के अंतर्गत जो भी Career जा सरकारी नौकरी आती है इस क्षेत्र की सरकारी नौकरी करने से व्यक्ति का भाग्य उदय हो जाता है दशमेश मंगल जहां सूर्य गुरु के साथ तीसरे भाग में बैठे तो आपको आईपीएस आईएएस बैंक मैनेजर या आयकर विभाग में सरकारी नौकरी लग सकती है और इससे आपका शीघ्र अति शीघ्र भाग्य उदय हो सकता है।
4. मेष लग्न:-
यदि हम मेष लग्न के बारे में विचार करते हैं तो मेष लग्न के अनुसार जो दशम भाव बनता है उसका स्वामी शनि कहा गया है। शनि केंद्र में अथवा त्रिकोण में शिव गृह एवं शुभ ग्रह के योग में विराजमान हो अपनी राशि का हो वह स्वर्गीय हो जा नवम भाव में बैठा हो अथवा नवम भाव जटासंभव पर पूर्ण दृष्टि पड़ती हो तो व्यक्ति का Career राजनीतिक कार्य में अधिकतर ध्यान होता है और उसे राजनीतिक कार्यालय सफलता भी प्राप्त होती है क्योंकि शनि को न्याय का देवता कहा गया यदि मिस लगन का व्यक्ति चाहे तो वह वकील अथवा जज की पढ़ाई भी कर सकता है और लोहे के संबंधित कार्य भी उसको अधिक लाभ देने वाले होते हैं जिससे उसका भाग्य उदय हो सकता है।
5. तुला लग्न:-
अब बात करते हैं तुला लग्न के बारे में । तुला लग्न के जातकों के गुना की बात की जाए तो यह मेहनती होते हैं साथ ही यह शांति और सरहद से प्रेम करने वाले हैं सत्य और समानता के आधार पर निर्णय ले पाते तुला लग्न की कुंडली में दशम भाव कर्क राशि का बनता है यदि कर्क राशि का स्वामी केंद्र था त्रिकोण में है या स्वर्गीय हो अपनी राशि में हो अथवा अपने किसी मित्र राशि के साथ विराजमान हो जब कहीं से भी शुभ ग्रह की दृष्टि अथवा पूर्ण दृष्टि दशम भाव को देख रही हो तो तुला राशि वालों का भाग्य शीघ्र उदय हो जाता है यदि रोजगार की क्षेत्र की बात करें तो तुला राशि वाले जातक का Career हमेशा कलाकार सौंदर्य एवं ब्यूटीशियन के साजू सामान के व्यापारी फैशन मॉडल अभिनेता अथवा सुंदर के रूप में भारी सफलता प्राप्त कर लेते हैं और यदि हम सरकारी नौकरी की बात करें तो यह चिकित्सा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकते हैं जैसा की डॉक्टरी लाइन में भी इनका भाग्य उदय हो सकता है।
6. मकर लग्न:-
मकर लग्न की कुंडली जा जन्म कुंडली में मकर लग्न हो तो उसका जो दशम भाव तुला राशि के अनुसार बनता है तुला राशि का स्वामी केंद्र अधिपति त्रिकोण अधिपति हो तो भाग्य शीघ्र उदय हो जाता है अथवा जो मकर लगाने वाले होते हैं इनका भाग्य 22 वर्ष की आयु से लेकर 32 वर्ष की आयु में हो जाता है कभी-कभी किसी कारणवश्यक इनका भाग्य उदय 35 वर्ष या 36 वर्ष की आयु में होना शुरू होता है मकर राशि के Career की बात करें तो मकर राशि वाले व्यक्ति वकालत अथवा अन्य का व्यवसाय कर सकते हैं जिसमें उनका अधिक से अधिक सफलता प्राप्त होती है और उनका भाग्य भी शीघ्र अति शीघ्र उदय हो जाता है।
शरांश :
दोस्तों अपने Career का चयन करते हुए आप इन बातों का ध्यान अवश्य रखें अपनी लगन कुंडली अथवा अपने जन्म कुंडली किसी ज्योतिष विशेषज्ञ को अवश्य दिखाएं एवं जो माता-पिता अपने बच्चों के Career को लेकर चिंता करते रहते हैं वह अवश्य ही किसी योग्य आचार्य से बच्चों के Career के संबंध में परामर्श अवश्य ले क्योंकि यदि बच्चे के लग्न में ब्रिक लग्न करने लग्नात्मक कुंभ लग्न आता हूं तो ऊपर जो मैंने आपको जानकारी दी है उसके अंतर्गत आप बच्चे को बिजनेस या नौकरी अधिक करवा सकते हैं यदि कोई और लगन आता है तो आप किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं धन्यवाद