Gajkesari Yog in Kundli : दोस्तों प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में खुशहाली सुख समृद्धि की रचना करता है जिसके लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत एवं अनेकों प्रकार के व्यवसाय करता है जिससे वह शीघ्र तिशीघ्र और अधिक से अधिक धन अर्जित करना चाहता है और अपने जीवन को सुख में बनाना चाहता है इसी अपेक्षा से है कुछ विशेषज्ञों के पास अथवा अपने जान पहचान के पास अपनी कुंडली का विचार करवाता है दोस्तों कुंडली में अनेकों प्रकार के योग बताए गए हैं वैसे तो हमारा ज्योतिष शास्त्र बहुत बड़ा है और इसमें बहुत सारे योग है से व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती कुंडली में ग्रहण ऋषियों और उनके स्वामियों के अंतर्गत आकलन किया जाता है जिससे शुभ और अशुभ योगी का पता चलता है और व्यक्ति के जीवन के बारे में भविष्यवाणी की जाती है उन्हें में से आज हम आपको कुछ योग के बारे में बताएं वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गज केसरी नामक एक योग कहा गया है यह जो गज केसरी इसलिए कहा जाता है क्योंकि पुरातन समय में जिसके पास गज जाने की हाथी होते थे उसको सबसे बड़ा धनवान माना जाता था गजकेसरी अर्थात हजारों हाथी जिसके पास होती थी आज के समय में हाथी नहीं है लेकिन हम यदि गजकेसरी के बारे में जिक्र करें तो आज के समय में भी Gajkesari Yog का प्रभाव जातक की कुंडली एवं जातक के जीवन पर दिखाई पड़ता है जब हम ग्रहों की गणना करते हैं अथवा जब अनुकूल ग्रहों की दशा आती है तो जो कुंडली में गजकेसरी नमक राज यो बना हुआ है वह फल प्रदान करता है और व्यक्ति शीघ्र अति शीघ्र धनवान बन जाता है।गजकेसरी नामक योग भारतवर्ष में कई राजनेताओं एवं बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कुंडली में दिखाई पड़ता है गजकेसरी जो की कुंडली से बड़े-बड़े उद्योग एवं राजनीतिक कार्यों में सफलता अक्सर प्राप्त होती है और मान प्रतिष्ठा भी अधिक प्राप्त होती है Gajkesari Yog जिसकी भी कुंडली में बनता है वह व्यक्ति बहुत ही धनवान कहा जाता है !
What Is Gajkesari Yog :
अब जानते हैं की कुंडली में गजकेसरी जो कैसे बनता है अथवा कैसे प्रभाव हमारे जीवन पर Gajkesari Yog डालता है दोस्तों जन्म कुंडली अथवा प्रश्न लग्न कुंडली में गजकेसरी योग गुरु और चंद्रमा के मिलन से बनता है यदि केंद्र स्थान जान के पहला भाग चौथा भाग सातवां भाग और दशम भाव में गुरु और चंद्रमा एक साथ बैठे हो बलवान हो तो यह गज केसरी नामक योग बन जाता है यदि चंद्रमा और गुरु केंद्र में हूं या फिर चंद्रमा और गुरु पर एक दूसरे की दृष्टि पड़ रही हो तब भी यह जो प्रबल बनता है गजकेसरी योग सबसे बलवान जो कहा जाता है गुरु अपनी उच्च राशि में चंद्रमा के साथ या चंद्रमा उच्च राशि में गुरु के साथ विराजमान हो तो गजकेसरी योग अति बलवान कहा गया है Gajkesari Yog जब चतुर्थ दशम भाव में बनता है तो व्यक्ति अपने कारोबार में बहुत ज्यादा उन्नति प्राप्त कर लेता है और एक राजा की तरह अपना जीवन व्यतीत करने लगता है उसे भूमि वहां और भवन का सुख अधिक मात्रा में प्राप्त होता है।
योग भंग:–
दोस्तों हमारे वैदिक शास्त्र में Gajkesari Yog के बारे में उल्लेख जो मिला है उसके बारे में ने बारे में मैंने आपको बताया है लेकिन दोस्तों कुछ ऐसे भी कारण होते हैं जिसके चलते गज केसरी नमक उद्योग है वह नष्ट हो जाता है और व्यक्ति को नीचता की ओर यह जब ले जाता है यदि जन्म कुंडली अथवा प्रश्न कुंडली में लग्न या चंद्रमा से केंद्र में गुरु नीचे अस्त या शत्रु ग्रह से युक्त या किसी शत्रु ग्रह की गुरु पर दृष्टि पड़ती हो तो जो गज केसरी योग है वह भंग हो जाता है इससे नीच ग्रह के साथ गुरु अस्त हो चंद्रमा के आगे अथवा चंद्रमा के पीछे कोई भी ग्रह नहीं हो या किसी भी पाप ग्रह की दृष्टि चंद्रमा पर नहीं पड़ती हो तो भी यह जो भंग हो जाता है इसीलिए आपको अपनी कुंडली पर विचार करना चाहिए और किसी विशेषज्ञ सलाह अवश्य लेनी चाहिए ।
जन्म के समय योग :-
गजकेसरी योग के साथ यदि बच्चा जन्म लेता है तो गज किसी जग में जन्म लेने वाला जातक बहुत ही कुशल गुप्ता राजसी सुख को हमेशा भोक्ता है और राजनीतिक पद पर उच्च पदवी को प्राप्त करता है ऐसे जो जातक है उन पर भगवान गणेश जी अपनी कृपा हमेशा बनाए रखते हैं इसी के कारण जातक काफी बुद्धिमान बन जाता है और उसको समझ में मान प्रतिष्ठा प्राप्त होती रहती Gajkesari Yog में यदि बच्चा पैदा हो तो वह बालक चुस्त फुर्तीला और हर एक काम को करने वाला साहस उसे बच्चों में अवश्य दिखाई पड़ता है बच्चों के अंदर हर कार्य को करने की क्षमता होती है जिससे उसकी सफलता की शीघ्र अति शीघ्र प्राप्ति हुई हो जाती है।
योग के लाभ :–
दोस्तों गज केसरी जॉब के अनेक को लाभ का गए हैं क्योंकि Gajkesari Yogव्यक्ति को हर प्रकार के सुख सौभाग्य एवं धन-धान्य की प्राप्ति करने वाला है अगर हम कुंडली के पहले भाव के बारे में विचार करें तो व्यक्ति शक्तिशाली होगा और स्वास्थ्य के अंतर्गत जानकारी हासिल करें तो उसका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा यदि कुंडली के साथ में घर में घर केसरी जब बनता है तो जातक कुशल एवं स्वास्थ्य सुंदर जा धनवान होगा गज के सीईओ व्यक्ति को साझेदारी में कार्य करने पर भी अधिक से अधिक धन की प्राप्ति करवा देगा जब कुंडली के चतुर्थ भाव में गज केसरी जो बन जाता है तो जहां तक राजा विद्वान मंत्री एवं राजनीतिक कार्य के अंतर्गत अपना करता है और उसका जीवन सुख सुविधा एवं घरेलू सुविधा का भोग स्वीकार करते हैं कुंडली के नवम भाव में चंद्रमा गुरु की युति जातक क्यों बलवान गजकेसरी जो बना देती है जिससे बालक का धार्मिक कार्यों में भी जुकाम दिखाई पड़ता है और जातक का भाग्य भी भरपूर साथ देता है कुंडली के दशम भाव में Gajkesari Yog जब बन जाता है तो व्यक्ति विद्वान धन आई और सम्मानित बनता है दशम भाव में चंद्रमा गुरु अच्छे करियर को देने वाला होता है इसमें भी करियर उच्च विद्या संपत्ति को देने वाला और लाभदायक कहा गया हैअब बात करें लाभ भाव की अर्थात 11 में घर की यदि लाभ स्थान में गज की श्री योग बन जाए तो जातक अधिक से अधिक धन प्रसिद्धि और राजनीतिक कार्यों में शक्ति प्राप्त कर लेता है व्यक्ति की बड़े से बड़े सरकारी अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनते हैं और उसको स्वयं के व्यापार में भी बहुत ज्यादा धन लाभ की प्राप्ति होती है।
Also Read : Career Astrology : ज्योतिष के द्वारा जाने अपना कार्य
शरांश :
यदि हम जन्म कुंडली के बारे में बात करते हैं तो हमारी कुंडली में आने को प्रकार के योग दिखाई पड़ते हैं Gajkesari Yog योगी की गणना करना बहुत मुश्किल कार्य है हमारे ऋषियों ने कुछ विशेष योग के बारे में बताया है उन्हीं के बारे में आप ऊपर पढ़ कर आए हैं घर केसरी जो व्यक्ति को शक्तिशाली धनवान और सुख समृद्धि को देने वाला कहा गया है अगर किसी के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप किसी विशेषज्ञ की सलाह लें धन्यवाद