Kaal Sarp Dosh के चलते व्यक्ति के जीवन में रिश्तों में भी तनाव पैदा हो सकता है। पारिवारिक कलह और आपसी मनमुटाव भी इसका परिणाम हो सकते हैं। अतः यह आवश्यक है कि काल सर्प दोष को दूर करने के लिए समय रहते उचित उपाय किए जाएं। उचित उपायों से ही इस दोष के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में सुख-शांति लाई जा सकती है।
काल सर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो व्यक्ति के जन्म कुंडली में ग्रहों की विशेष स्थिति के कारण होता है। यह दोष तब बनता है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में आ जाते हैं। इस दोष से व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे कि धन की कमी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, और मानसिक तनाव। काल सर्प दोष को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
काल सर्प दोष दूर करने के उपाय :-
- काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए कई प्रकार के उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहला उपाय है भगवान शिव की पूजा। भगवान शिव की आराधना से इस दोष के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है। शिवलिंग पर दूध, जल और बेलपत्र चढ़ाना अत्यंत शुभ होता है। शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना भी लाभकारी होता है। रुद्राभिषेक से व्यक्ति के जीवन में शांति और सुख की प्राप्ति होती है।
- दूसरा उपाय है काल सर्प दोष निवारण के लिए नाग पूजा करना। नाग देवता की पूजा करने से राहु और केतु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करना विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसके अलावा, काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है। यह मंत्र विशेष रूप से काल सर्प दोष के निवारण के लिए प्रभावी माना जाता है।
- तीसरा उपाय है हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करना। हनुमान जी की पूजा से जीवन में आने वाली बाधाओं और कठिनाइयों को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही, काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए ग्रह शांति पूजा भी कराई जा सकती है। इस पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- अंत में, काल सर्प दोष के निवारण के लिए गरीबों और ब्राह्मणों को दान देना भी एक महत्वपूर्ण उपाय है। दान करने से न केवल पुण्य की प्राप्ति होती है बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है। अतः इन उपायों को अपनाकर काल सर्प दोष के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पाई जा सकती है।
Kaal Sarp कितने प्रकार के होते है :-
- काल सर्प दोष के कई प्रकार होते हैं जो राहु और केतु की स्थिति पर निर्भर करते हैं। जैसे कि अनंत काल सर्प दोष, कुलिक काल सर्प दोष, वासुकी काल सर्प दोष आदि। हर प्रकार का दोष अलग-अलग समस्याएं उत्पन्न करता है। अनंत काल सर्प दोष व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बनाता है। कुलिक काल सर्प दोष से व्यक्ति को आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वासुकी काल सर्प दोष से व्यक्ति के परिवारिक जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं।
- हर प्रकार के काल सर्प दोष का अलग-अलग उपाय होता है। किसी भी दोष का निवारण करने के लिए सबसे पहले उस दोष के प्रकार को समझना जरूरी होता है। जैसे कि अगर किसी की कुंडली में अनंत काल सर्प दोष है, तो उस व्यक्ति को मानसिक तनाव और स्वास्थय संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, इस दोष का निवारण करने के लिए मानसिक शांति के उपाय करने चाहिए।
- दूसरी ओर, कुलिक काल सर्प दोष से आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके निवारण के लिए धन की पूजा और लक्ष्मी साधना करना लाभकारी होता है। वासुकी काल सर्प दोष से पारिवारिक कलह और आपसी मनमुटाव की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके लिए भगवान शिव की पूजा और पारिवारिक शांति के उपाय करना आवश्यक होता है।
- हर प्रकार के काल सर्प दोष के निवारण के लिए व्यक्ति को ज्योतिषीय परामर्श लेना चाहिए। उचित उपाय और पूजा-अनुष्ठान के माध्यम से इस दोष के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है। इस प्रकार, काल सर्प दोष को दूर करने के लिए सही दिशा में प्रयास करना चाहिए।
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FAQ’s
1. काल सर्प दोष क्या है और इसके क्या लक्षण होते हैं?
2. काल सर्प दोष के कितने प्रकार होते हैं?
3. काल सर्प दोष दूर करने के कौन-कौन से उपाय हैं?
4. क्या काल सर्प दोष से बचने के लिए कोई विशेष पूजा करनी चाहिए?
5. काल सर्प दोष के नकारात्मक प्रभावों को कैसे कम किया जा सकता है?
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