Shani Dev Ko Prasann Karne Ke 5 Upay

Shani Dev : हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता माने जाते हैं। उन्हें ग्रहों के देवता के रूप में जाना जाता है और वे नवग्रहों में से एक हैं। शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है और उनका संबंध कर्म, न्याय, और अनुशासन से होता है।शनि देव सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया के पुत्र हैं। शनि का वाहन कौआ है और वे हाथ में धनुष, त्रिशूल, तलवार और गदा धारण करते हैं। उनकी दृष्टि को बहुत प्रभावशाली माना जाता है और यह कहा जाता है कि उनकी दृष्टि का प्रभाव बहुत गहरा होता है।

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शनि देव का प्रमुख मंदिर शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र में स्थित है, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। शनि देव की पूजा से अनुशासन, संयम और न्याय की भावना को बल मिलता है और वे भक्तों के जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं।शनिवार का दिन Shani Dev को समर्पित माना जाता है और इस दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग व्रत रखते हैं, दान-पुण्य करते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं।शनि देव की उपासना से व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों में धैर्य और साहस प्राप्त होता है और उसके जीवन में स्थिरता आती है। उनकी पूजा से व्यक्ति को अपने कर्मों का सही फल प्राप्त होता है और जीवन में संतुलन बना रहता है।

Shani Dev को प्रसन्न करने के 5 उपाय

01 . शनि देव की पूजा और आराधना :-

  • शनि देव की पूजा और आराधना उनके आशीर्वाद पाने के सबसे प्रभावी उपायों में से एक है। शनिवार का दिन विशेष रूप से शनि देव के लिए समर्पित होता है। इस दिन शनि देव के मंदिर में जाकर उनकी मूर्ति की पूजा करें। तेल, काले तिल, और लोहे का दान करें। ये चीजें शनि देव को बहुत प्रिय होती हैं।
  • शनि देव की पूजा के दौरान शनि मंत्र का जाप करें। “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र को कम से कम 108 बार जाप करें। यह मंत्र शनि देव की कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। इस मंत्र का जाप आपके जीवन में शांति और समृद्धि लाने में सहायक होता है।शनि देव की पूजा के लिए विशेष रूप से बने तेल दीपक का उपयोग करें। सरसों के तेल में काले तिल मिलाकर दीपक जलाएं। यह दीपक Shani Dev को प्रसन्न करता है और आपके जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
  • इसके साथ ही, शनि देव की मूर्ति या तस्वीर के सामने नीला या काला कपड़ा बिछाकर पूजा करें। यह रंग शनि देव को प्रिय होता है और उनके आशीर्वाद को आकर्षित करता है। Shani Dev के प्रतीक के रूप में पीपल के वृक्ष की पूजा भी की जा सकती है।पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाने और काले तिल चढ़ाने से Shani Dev की कृपा प्राप्त होती है। शनि देव की पूजा और आराधना के लिए नियमित रूप से शनि चालिसा का पाठ करें। शनि चालिसा में शनि देव की महिमा और उनके गुणों का वर्णन होता है, जो आपकी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।

02 . शनि देव को प्रसन्न करने के लिए दान :-

  • दान करना शनि देव को प्रसन्न करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। शनिवार के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को काले तिल, काले कपड़े, लोहे की वस्तुएं और काले जूते दान करें। यह दान Shani Dev को अति प्रिय होता है और इससे वे प्रसन्न होते हैं।दान करते समय हमेशा ध्यान रखें कि दान देने वाला हाथ ऊंचा हो और दान ग्रहण करने वाला हाथ नीचे हो। इससे शनि देव की कृपा अधिक मिलती है।
  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अनाथालय, वृद्धाश्रम और गौशाला में भी दान कर सकते हैं।शनिवार को विशेष रूप से तेल का दान करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। सरसों का तेल किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करें। इसके साथ ही काले उड़द की दाल का दान करना भी शुभ माना जाता है। यह दान Shani Dev के प्रकोप को कम करता है और सुख-समृद्धि लाता है।
  • इसके अलावा, किसी धर्मस्थल में जाकर शनि देव की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और काले तिल चढ़ाएं। यह क्रिया शनि देव को बहुत प्रसन्न करती है और आपकी परेशानियों को दूर करती है। दान करते समय मन में सच्ची श्रद्धा और भक्ति होनी चाहिए, तभी शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।

03 . शनि मंत्र का जाप :-

  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि मंत्र का जाप एक अति महत्वपूर्ण उपाय है। शनि मंत्र का नियमित जाप करने से शनि देव की कृपा मिलती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
  • इस मंत्र का जाप प्रतिदिन कम से कम 108 बार करें। मंत्र का जाप करते समय ध्यान और मन की शुद्धता बनाए रखें। शांत और पवित्र स्थान पर बैठकर मंत्र का जाप करें। जाप करते समय शनि देव की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठना अधिक लाभकारी होता है।
  • मंत्र जाप के समय काले आसन का उपयोग करें। इससे Shani Dev की कृपा जल्दी प्राप्त होती है। मंत्र जाप के साथ-साथ शनि देव के अन्य मंत्रों का भी उच्चारण कर सकते हैं। “ॐ शं शनैश्चराय नमः” और “ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम्” मंत्र भी बहुत प्रभावशाली होते हैं।
  • मंत्र जाप के दौरान रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना शुभ माना जाता है। रुद्राक्ष शनि देव की कृपा को आकर्षित करता है और आपके जीवन की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। मंत्र जाप के बाद शनि देव से अपने कष्टों की निवृत्ति के लिए प्रार्थना करें।

04 . शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उपवास :-

  • उपवास रखना शनि देव को प्रसन्न करने का एक पुरातन और प्रभावी उपाय है। शनिवार के दिन उपवास रखें और शनि देव की कृपा प्राप्त करें। उपवास के दिन शुद्ध और सात्विक भोजन करें। तेल और मसालेदार भोजन से परहेज करें।
  • उपवास के दिन काले तिल, काली उड़द, और काले चने का सेवन कर सकते हैं। यह चीजें शनि देव को प्रिय होती हैं और उनकी कृपा जल्दी मिलती है। उपवास के दिन Shani Dev के मंदिर जाकर उनकी पूजा और आरती करें। दीपक जलाएं और शनि चालिसा का पाठ करें।
  • उपवास के साथ-साथ शनि मंत्र का जाप करें। “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप उपवास के दिन विशेष रूप से लाभकारी होता है। उपवास के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें और अपने मन को शुद्ध रखें। उपवास के दिन किसी भी प्रकार की बुराई और नकारात्मकता से दूर रहें।
  • उपवास के बाद गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं। यह क्रिया Shani Dev को बहुत प्रसन्न करती है और उनकी कृपा आपके जीवन में आती है। उपवास के दौरान शनि देव के नाम का स्मरण और उनकी महिमा का गुणगान करें।

05 . शनि देव को प्रसन्न करने के लिए रत्न धारण :-

  • शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए रत्न धारण करना एक प्रभावी उपाय है। शनि ग्रह के लिए नीलम रत्न सबसे प्रभावी माना जाता है। नीलम रत्न को शनिवार के दिन धारण करें। रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।
  • नीलम रत्न को शुद्ध जल और गंगाजल से धोकर धारण करें। रत्न को धारण करने से पहले शनि देव की पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें। नीलम रत्न को धारण करने के बाद Shani Dev से अपनी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना करें।
  • नीलम रत्न धारण करने के बाद नियमित रूप से शनि देव की पूजा और आराधना करें। शनिवार के दिन विशेष रूप से शनि देव के नाम का स्मरण करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। नीलम रत्न धारण करने से शनि ग्रह की शांति होती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  • रत्न धारण करने के बाद उसका नियमित रूप से ध्यान और शुद्धिकरण करें। रत्न को धारण करने के बाद शनि देव के नाम का स्मरण और उनके मंत्रों का जाप करते रहें। इससे शनि देव की कृपा आपके जीवन में बनी रहती है और सभी समस्याओं का समाधान होता है।

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FAQ’s

1. शनि देव की पूजा किस दिन करनी चाहिए?

शनि देव की पूजा शनिवार के दिन करनी चाहिए। यह दिन विशेष रूप से शनि देव के लिए समर्पित होता है।

2. शनि मंत्र का जाप कैसे करें?

शनि मंत्र का जाप शांत और पवित्र स्थान पर बैठकर करें। “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।

3. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन सी चीजें दान करें?

काले तिल, काले कपड़े, लोहे की वस्तुएं और काले जूते दान करें। यह चीजें शनि देव को प्रिय होती हैं।

4. नीलम रत्न कब धारण करें?

नीलम रत्न शनिवार के दिन धारण करें। रत्न को शुद्ध जल और गंगाजल से धोकर धारण करें।

5. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से उपवास रखें?

शनिवार के दिन उपवास रखें और शुद्ध एवं सात्विक भोजन करें। काले तिल, काली उड़द, और काले चने का सेवन कर सकते हैं।

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